सादड़ी (पाली)। ‘मेरा राष्ट्र ही मेरा करियर हैÓ को आत्मसात करते हुए विवेकानंद के सपनों का भारत बनाए। स्वामी विवेकानंद के संदेशों के सुपथ पर चलकर ही भारत विश्व शिखर पर आरुढ् हो सकता है। आज भी स्वामी विवेकानंद के संदेश प्रासंगिक हैं। स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक राष्ट्रीयता के जनक थे। उक्त उद्गार श्रीधनराज बदामिया राजकीय […]आगे पढ़े
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